Cold [Hindi translation]
Cold [Hindi translation]
[ कोरस:ऐडम लेविन]
*शुष्क इतनी जो जमा दे मेरी हड्डियाँ
लगता मैं अब तुम्हें और नहीं हूँ जानता
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन
हर एक साँस जो तुम लेती
लगता कुछ तो चल रहा तुम्हारे मन में
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन
[वर्स १:ऐडम लेविन]
क्या ले रहे हम समय ,या कुछ समय अलग?
नहीं चाहता हूँ अधर में रहना
चाहिए मेरे घर में कुछ दूरी मुझसे
पता तुमको कैसे उठाना मेरा फ़ायदा
दिखाना जैसे नहीं हैं हम साथ
इतना सब हमने देखा साथ में उसके बावजूद
एक ही बिस्तर में भी
मैं हूँ कैसे तुमसे इतना दूर?
[प्री-कोरस:ऐडम लेविन]
दूरी,जब हम करते किस
लगता जैसे कुछ है अलग सा
बेबी, बताओ कैसे तुम हो चुकी ऐसी
[ कोरस:ऐडम लेविन]
शुष्क इतनी जो जमा दे मेरी हड्डियाँ
लगता मैं अब तुम्हें और नहीं हूँ जानता
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन
हर एक साँस जो तुम लेती
लगता कुछ तो चल रहा तुम्हारे मन में
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन
हाँ,
वो,हाँ
वो,हाँ
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन
[वर्स२: ऐडम लेविन]
क्या तुम छुपा रही मुझसे,छुपा रही क्यूँ मुझसे?
छोड़के जाना हैं, तो जाओ
क्यूँ इस सब से खुद का नुक़सान करना?
चुप्पी ले रही मेरी जान
दिखाना जैसे नहीं हैं हम साथ
अगर तुम नहीं चाहती यह, तो क्या हैं फ़ायदा?
होना एक ही बिस्तर में
मैं हूँ कैसे तुमसे इतना दूर?
[प्री-कोरस:ऐडम लेविन]
दूरी,जब हम करते किस
लगता जैसे कुछ है अलग सा
बेबी, बताओ कैसे तुम हो चुकी ऐसी
[ कोरस:ऐडम लेविन]
शुष्क इतनी जो जमा दे मेरी हड्डियाँ
लगता मैं अब तुम्हें और नहीं हूँ जानता
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन
हर एक साँस जो तुम लेती
लगता कुछ तो चल रहा तुम्हारे मन में
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन,
हाँ,
[पोस्ट -कोरस: ऐडम लेविन और फ़्यूचर]
वो,हाँ
वो,हाँ
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन ,हाँ
इतनी भावनाहीन ,यह हैं भावनाहीन दुनिया
वो,हाँ
इतनी भावनाहीन ,यह हैं भावनाहीन दुनिया
वो,हाँ
इतनी भावनाहीन ,यह हैं भावनाहीन दुनिया
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन
[वर्स ३: फ़्यूचर और ऐडम लेविन ]
कभी ना सोचा था तुम हो ऐसी
तुम्हारी समझी मैंने क़ीमत,और बनाया बेशक़ीमती
खर्च किए आधे से ज़्यादा मिलियन झूमर पे
और अब तुम चाहती मुझसे अलग होना जैसे लाइट स्विच,हाँ
कह दो जाने को,मैं छोड़ के चला जाऊ
कह देती तुमने चाहिए कुछ समय समझने के लिए
लगता हैं मैं जी रहा चार अक्षर के शब्द पर
मगर वो चार अक्षर का शब्द नहीं सोता
हम दोनो निकल रहे दो अलग राहो पर
तुम नहीं कर रही बर्ताव पहले जैसा
तुमको जाना चाहिए,जहाँ तुम्हारा दिल कहता था
तुम भागती हो चकाचौंध के पीछे हर दिन
मैंने बदल दिया चार दरवाज़ों को दो में
क्यूँकि मैं नहीं चाहता ड्राइवर सुने जो बोलो तुम
मैंने की कोशिश तुमको देने की कुछ समय
बेबी, बताओ कैसे तुम हो चुकी ऐसी
[ कोरस:ऐडम लेविन]
शुष्क इतनी जो जमा दे मेरी हड्डियाँ
लगता मैं अब तुम्हें और नहीं हूँ जानता
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन
हर एक साँस जो तुम लेती
लगता कुछ तो चल रहा तुम्हारे मन में
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन
[पोस्ट -कोरस: ऐडम लेविन और फ़्यूचर]
इतनी भावनाहीन ,यह हैं भावनाहीन दुनिया
वो,हाँ
इतनी भावनाहीन ,यह हैं भावनाहीन दुनिया
वो,हाँ
इतनी भावनाहीन ,यह हैं भावनाहीन दुनिया
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन,हाँ
इतनी भावनाहीन ,यह हैं भावनाहीन दुनिया
वो,हाँ
इतनी भावनाहीन ,यह हैं भावनाहीन दुनिया
वो,हाँ
इतनी भावनाहीन ,यह हैं भावनाहीन दुनिया
समझ नहीं आता क्यूँ तुम इतनी भावनाहीन
- Artist:Maroon 5