परमेश्वर का प्रेम और सार [Parameshvar ka prem aur saar] lyrics
परमेश्वर का प्रेम और सार [Parameshvar ka prem aur saar] lyrics
परमेश्वर का प्रेम और सार हमेशा से रहा है निस्वार्थ
परमेश्वर देता है अपना सर्वोत्तम पक्ष।
चीज़ें उत्तम, सर्वोत्तम चीज़ें देता है।
बिना बताये, दुखों को बिना दिखाए,
सहता है परमेश्वर प्रतीक्षा में ख़ामोशी से।
न असहाय न सुन्न, न यह चिन्ह कमज़ोरी का,
ईश्वर का सार और उसका प्रेम सदा ही निस्वार्थ है।
परमेश्वर देता है अपना सर्वोत्तम पक्ष।
चीज़ें उत्तम, सर्वोत्तम चीज़ें देता है।
मानवजाति के लिए वो सहता है, वो सहता है खामोशी से,
ख़ामोशी से वो दे सर्वोत्तम अपना।
बिना बताये, दुखों को बिना दिखाए,
सहता है परमेश्वर प्रतीक्षा में ख़ामोशी से।
यह एक अभिव्यक्ति है उसके सार की और स्वभाव की
वो सृष्टिकर्ता है, उसके इस पहचान की|
परमेश्वर देता है अपना सर्वोत्तम पक्ष।
चीज़ें उत्तम, सर्वोत्तम चीज़ें देता है।
मानवजाति के लिए वो सहता है, वो सहता है खामोशी से,
ख़ामोशी से वो दे सर्वोत्तम अपना।
वो देता है सर्वोत्तम अपना।
परमेश्वर देता है अपना सर्वोत्तम पक्ष।
चीज़ें उत्तम, सर्वोत्तम चीज़ें देता है।
मानवजाति के लिए वो सहता है, वो सहता है खामोशी से,
देता ख़ामोशी से वो,
ख़ामोशी से वो सहता और देता है,
सर्वोत्तम अपना, सर्वोत्तम अपना!
"वचन देह में प्रकट होता है" से
- Artist:Hindi Worship Songs