पश्मीना [paśmīnā] [Transliteration]
पश्मीना [paśmīnā] [Transliteration]
पश्मीना धागों के संग
कोई आज बुने ख्व़ाब ऐसे कैसे
वादी में गूंजे कहीं
नए साज़ ये
रवाब ऐसे कैसे
पश्मीना धागों के संग
कलियों ने बदले अभी ये मिज़ाज
एहसास ऐसे कैसे
पलकों ने खोले अभी नए राज़
जज़्बात ऐसे कैसे
पश्मीना धागों के संग
कोई आज बुने ख्व़ाब ऐसे कैसे
कच्ची हवा कच्चा धुंआ घुल रहा
कच्चा सा दिल लम्हे नए चुन रहा
कच्ची सी धुप कच्ची डगर फिसल रही
कोई खड़ा चुपके से कह रहा
मैं साया बनूँ, तेरे पीछे चलूँ
चलता रहूँ
पश्मीना धागों के संग
कोई आज बुने ख्व़ाब ऐसे कैसे
शबनम के दो कतरे यूँ ही टहल रहे
शाखों पे वो मोती से खिल रहे
बेफिक्र से इक दूजे में घुल रहे
जब हो जुदा ख्यालों में मिल रहे
ख्यालों में यूँ, ये गुफ्तगू, चलती रहे.. ओ..
पानी में गूँजे कहीं, मेरे साज़ ये रवाब
ऐसे कैसे, ऐसे कैसे, ऐसे कैसे, ऐसे कैसे
- Artist:Amit Trivedi
- Album:Fitoor
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